Cyclone Biporjoy: गुजरात की तरफ तेजी से बढ़ रहा विनाशकारी तूफान “बिपरजॉय”, भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी

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Cyclone Biporjoy: अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान ‘ बिपरजॉय ’ गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र की तरफ बढ़ रहा है । गुरुवार यानी आज शाम यह कच्छ जिले के जखाऊ पोर्ट और इससे लगते पाकिस्तान के इलाकों से टकराने जा रहा है । इस दौरान 125 से 150 किमी./ घंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका है

विनाशकारी तूफान ‘ बिपरजॉय ’ आज गुजरात में कच्छ के जखाऊ तट के पास टकरा सकता है । यह तूफान अभी 220 किलोमीटर दूर है । जो क‍ि 8 किमी/ घंटे की रफ्तार से नॉर्थ- वेस्ट में बढ़ रहा है । उससे आने पर समुद्र में 6 मीटर ऊंची लहरें उठेंगी । ऐसे में 10 किमी. के दायरे वाले तटीय इलाके खाली कराए गए ।

Cyclone Biporjoy
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कच्छ: अरब सागर से उठा चक्रवाती तूफान ‘ बिपरजॉय ’ (Cyclone Biporjoy) गुजरात के कच्छ और सौराष्ट्र की तरफ बढ़ रहा है । गुरुवार यानी आज शाम यह कच्छ जिले के जखाऊ पोर्ट और इससे लगते पाकिस्तान के इलाकों से टकराने जा रहा है । इस दौरान 125 से 150 किमी./ घंटे तक की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की आशंका है । मौसम विभाग ने कच्छ और सौराष्ट्र के लिए भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है ।

निकासी अभियान अभी जारी

Cyclone Biporjoy: इसे देखते हुए गुजरात सरकार ने इन क्षेत्रों के समुद्र तट से लगते 10 किलोमीटर के दायरे से 55 हजार से ज्यादा लोगों को निकालकर अस्थायी शिविरों में भेजा है । निकासी अभियान अभी जारी है । जो सूचनाएं मिल रही हैं, उससे मौसम विभाग ने कहा कि यह महातूफान लगातार कमजोर हो रहा है ।

तट से टकराने से पहले यह थोड़ा और कमजोर हो सकता है । लेकिन तबाही मचाने की इसकी क्षमता कायम है और बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि यह तूफान किस रफ्तार से टकराता है । उस दौरान सौराष्ट्र और कच्छ से लगते तटीय इलाकों में 3 मीटर तो कहीं 6 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं । इसकी वजह से निचले इलाकों में पानी भर सकता है ।

9 राज्यों के लिए अगले 48 घंटे बेहद अहम

Cyclone Biporjoy: 48 घंटे अहम गुजरात ही नहीं, राजस्थान, महाराष्ट्र और केरल सहित 9 राज्यों के लिए अगले 48 घंटे बेहद अहम हैं । तूफान के असर से बुधवार को भी गुजरात, महाराष्ट्र के तटीय इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई । देवभूमि द्वारका के खंभालिया में सबसे ज्यादा 121 मिलीमीटर बारिश हुई । जामनगर, जूनागढ़, राजकोट, पोरबंदर और कच्छ में भी 50 मिलीमीटर से ज्यादा बारिश हुई । ऊंची लहरों के चलते तीन दिन में अब तक 9 मौतें हो चुकी हैं ।

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इन राज्यों में भी बारिश मौसम विभाग के अनुसार, तूफान के कारण दक्षिणी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी तेज आंधी और बारिश के आसार हैं । कच्छ, सौराष्ट्र को पार करने के बाद तूफान का प्रभाव दक्षिण राजस्थान पर शुक्रवार को दिखेगा । इससे शनिवार, रविवार, सोमवार को दक्षिण हरियाणा में भी बारिश के आसार हैं ।

रक्षा मंत्री ने कहा, सेनाएं मदद को तैयार

Cyclone Biporjoy: केंद्र से लेकर राज्यों तक तूफान से निपटने की तैयारियों पर बैठक हुई । रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ बुधवार को बैठक की । बैठक के बाद उन्होंने कहा कि सेनाएं तूफान से पैदा होने वालीं किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं । राहत और बचाव के काम के लिए बीएसएफ भी तैयार है । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी तेलंगाना दौरा रद्द किया । शाह तूफान से जुड़ी व्यवस्थाओं की निगरानी करेंगे । वह गुरुवार को खम्मम में रैली करने वाले थे ।

सैटलाइट फोन से लैस बचाव टीमें तैनात

Cyclone Biporjoy: महाराष्ट्र और गुजरात में NDRF की 33 टीमें तैनात हैं । प्रत्येक टीम में 35 से 40 कर्मी हैं । इनके पास पेड़ और खंभे काटने की मशीनें, बिजली से चलने वाली आरी, हवा भरकर फुलाई जाने वाली नावें, दवाएं जैसी जरूरी चीजें हैं । इनमें गुजरात में 18 टीमें लगी हैं । वहां SDRF की 12, राज्य सड़क और भवन विभाग की 115 टीमें और बिजली विभाग की 397 टीमें अलग- अलग तटीय जिलों में तैनात हैं । ये तूफान प्रभावित इलाकों में बिजली और टेलिफोन लाइनों को बहाल करेंगे । कम्युनिकेशन के लिए इनके पास HAM रेडियो सेट और सैटलाइट फोन हैं ।

आकाशवाणी ने द्वारका में 90 मीटर ऊंचा टावर गिराया

Cyclone Biporjoy: आकाशवाणी ने बुधवार को गुजरात के द्वारका में रस्सी से बंधे 90 मीटर ऊंचे अपने ‘ ट्रांसमिशन टॉवर ’ को तोड़ दिया है । तूफान के कारण टावर गिरने से कोई हादसा न हो, इसके लिए यह कदम उठाया गया है । सेफ्टी ऑडिट में 35 साल पुराने इस टावर को हटाने की सिफारिश की गई थी ।

जहाज बनाने वाले चिंता में

Cyclone Biporjoy: गुजरात के तटवर्ती शहर मांडवी में पारंपरिक जहाज बनाने वाले परेशान हैं । इन्हें डर है कि तूफान इनकी इंडस्ट्री को बड़ा नुकसान पहुंच सकता है, क्योंकि समुद्र तट पर बन रहे इन जहाजों को तूफान से बचाने के लिए कहीं दूर ले जाना आसान नहीं है । ऐसी ही एक वर्कशॉप से जुड़े अब्दुल्ला यूसुफ माधवानी ने कहा, ‘ एक जहाज को बनाने में दो साल लगते हैं और 50 से 70 लाख रुपये का खर्च आता है । हमें डर है कि तूफान उन जहाजों को बर्बाद कर देगा, जो अभी पूरी तरह बने नहीं हैं ।

तूफान से पहले कच्छ में भूकंप के झटके

Cyclone Biporjoy: गुजरात के भुज और कच्छ क्षेत्र में बुधवार को भूकंप आया । भूकंप की तीव्रता3.3 रही ।

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