
Golden Dome Missile
Golden Dome Missile: ट्रम्प ने 175 बिलियन डॉलर की ‘गोल्डन डोम’ मिसाइल रक्षा प्रणाली की घोषणा की, जो चीन और रूस से अमेरिकी सुरक्षा बढ़ाने के लिए अंतरिक्ष-आधारित लेजर और उपग्रहों का इस्तेमाल करेगी, 2029 तक पूरी होने की योजना।
डोनाल्ड ट्रम्प ने 175 बिलियन डॉलर की ‘गोल्डन डोम’ मिसाइल रक्षा योजना (Golden Dome Missile) की घोषणा की, जो चीन और रूस के हाइपरसोनिक खतरे से निपटने के लिए अंतरिक्ष-आधारित उपग्रह, लेजर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का उपयोग करेगी।

अमेरिकी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में ‘गोल्डन डोम’ नामक एक महत्वाकांक्षी मिसाइल रक्षा प्रणाली की घोषणा की है, जिसकी अनुमानित लागत $175 बिलियन (लगभग ₹14.5 लाख करोड़) है। इस परियोजना का उद्देश्य अमेरिका को चीन और रूस जैसे देशों से संभावित मिसाइल खतरों से सुरक्षा प्रदान करना है।
‘गोल्डन डोम’ क्या है?
Golden Dome Missile: ‘गोल्डन डोम’ एक बहु-स्तरीय मिसाइल रक्षा प्रणाली है, जो अंतरिक्ष और पृथ्वी-आधारित तकनीकों का संयोजन करेगी। इस प्रणाली में 1,000 से अधिक उपग्रह शामिल होंगे, जो संभावित मिसाइल खतरों का पता लगाने, ट्रैक करने और उन्हें नष्ट करने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, लेजर हथियार, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-संचालित सेंसर नेटवर्क और विभिन्न रेंज की इंटरसेप्टर मिसाइलें इस प्रणाली का हिस्सा होंगी।
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अमेरिका को इसकी आवश्यकता क्यों है?
Golden Dome Missile: ट्रंप प्रशासन का मानना है कि चीन और रूस द्वारा विकसित की जा रही हाइपरसोनिक और अंतरिक्ष-आधारित मिसाइलें अमेरिकी सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं। ‘गोल्डन डोम’ इन उन्नत मिसाइलों को प्रक्षेपण के विभिन्न चरणों में पहचानकर उन्हें नष्ट करने में सक्षम होगा, जिससे अमेरिका की रक्षा क्षमता में वृद्धि होगी।
परियोजना की लागत और समयसीमा
Golden Dome Missile: हालांकि प्रारंभिक लागत $175 बिलियन आंकी गई है, लेकिन कांग्रेसनल बजट ऑफिस का अनुमान है कि अगले दो दशकों में यह लागत $500 बिलियन से अधिक हो सकती है। ट्रंप प्रशासन का लक्ष्य है कि यह प्रणाली 2029 तक पूरी तरह से परिचालन में आ जाए।
आलोचना और चुनौतियाँ
Golden Dome Missile: विशेषज्ञों का मानना है कि ‘गोल्डन डोम’ जैसी प्रणाली तकनीकी रूप से जटिल और आर्थिक रूप से भारी है। इस प्रणाली की सफलता पर संदेह जताते हुए कुछ विशेषज्ञों ने इसे ‘स्टार वॉर्स’ जैसी पिछली असफल पहलों से तुलना की है। इसके अलावा, रूस और चीन ने इस योजना की आलोचना करते हुए इसे वैश्विक स्थिरता के लिए खतरा बताया है।
निष्कर्ष
Golden Dome Missile: ‘गोल्डन डोम’ ट्रंप प्रशासन की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य अमेरिका को उन्नत मिसाइल खतरों से सुरक्षा प्रदान करना है। हालांकि, इसकी तकनीकी और आर्थिक चुनौतियाँ, साथ ही वैश्विक प्रतिक्रिया, इस परियोजना की सफलता के मार्ग में बाधाएँ उत्पन्न कर सकती हैं।