
Violence in Nashik
Violence in Nashik: नासिक में अवैध निर्माण पर बुलडोजर कार्रवाई के दौरान भड़की हिंसा, दरगाह पर तोड़फोड़ के विरोध में लोगों ने किया पथराव, कई पुलिसकर्मी घायल इलाके में धारा 144 लागू, प्रशासन ने उपद्रवियों को हिरासत में लिया, माहौल तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताया गया।
प्रशासन ने इस कार्रवाई को “अवैध निर्माण हटाने की नियमित (Violence in Nashik) प्रक्रिया” बताया, जबकि स्थानीय मुस्लिम समुदाय ने इसे धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला कृत्य बताया है। दरगाह पर बुलडोजर चलाने की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए।

नासिक: 16 अप्रैल 2025 महाराष्ट्र के नासिक जिले में मंगलवार को एक दरगाह पर प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान भारी तनाव फैल गया। प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के तहत दरगाह पर बुलडोजर चलाया गया, जिसके बाद क्षेत्र में हिंसा भड़क उठी। स्थानीय लोगों और पुलिस के बीच पत्थरबाजी और तोड़फोड़ की घटनाएं सामने आई हैं। इस दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं और इलाके में तनाव व्याप्त है।
प्रशासन ने की कार्रवाई
Violence in Nashik: प्रशासन ने इस कार्रवाई को “अवैध निर्माण हटाने की नियमित प्रक्रिया” बताया, जबकि स्थानीय मुस्लिम समुदाय ने इसे धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला कृत्य बताया है। दरगाह पर बुलडोजर चलाने की खबर फैलते ही बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। देखते ही देखते मामला बिगड़ गया और भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। जवाब में पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
Myanmar Earthquake: म्यांमार में फिर लगे भूकंप के झटके, इस बार 5.1 रही तीव्रता
पुलिस सूत्रों के अनुसार
Violence in Nashik: पत्थरबाजी में कम से कम 12 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। हिंसक भीड़ ने कुछ वाहनों में भी तोड़फोड़ की और पास के एक सरकारी कार्यालय को नुकसान पहुंचाया। प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से इलाके में धारा 144 लागू कर दी है। नासिक के पुलिस आयुक्त दीपक पाटिल ने बताया, “स्थिति अब नियंत्रण में है। हमने कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया है और पूरे मामले की जांच जारी है। किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी।”
घटना के बाद राजनीतिक हलकों में भी प्रतिक्रियाओं का दौर शुरू हो गया है। विपक्षी पार्टियों ने इस कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य सरकार की “बुलडोजर नीति” साम्प्रदायिक सौहार्द को खतरे में डाल रही है। AIMIM के नेता और सांसद इम्तियाज जलील ने ट्वीट कर कहा, “एक धार्मिक स्थल पर बुलडोजर चलाना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह कार्रवाई सोच-समझकर और साम्प्रदायिक तनाव भड़काने के इरादे से की गई लगती है।”
सत्ताधारी पार्टी ने इसे कानून की कार्रवाई बताया
Violence in Nashik: वहीं सत्ताधारी पार्टी के नेताओं ने इसे कानून के अनुसार की गई कार्रवाई बताया है। स्थानीय विधायक ने कहा, “यह अवैध निर्माण था, जिसे नोटिस देने के बाद हटाया गया। इसमें किसी प्रकार की धार्मिक भावना को ठेस पहुँचाने की मंशा नहीं थी।”
स्थानीय प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है और अफवाहों पर ध्यान न देने को कहा है। सोशल मीडिया पर भी निगरानी बढ़ा दी गई है ताकि भड़काऊ सामग्री फैलने से रोकी जा सके। फिलहाल नासिक में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन का कहना है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।