
CRPF Jawan Motiram Jat Arrested
CRPF Jawan Motiram Jat Arrested: CRPF जवान मोतीराम जाट को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को गोपनीय सैन्य जानकारी लीक करने के आरोप में गिरफ्तार किया।
CRPF जवान मोतीराम जाट को NIA ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को गोपनीय (CRPF Jawan Motiram Jat Arrested) सैन्य जानकारी देने के आरोप में गिरफ्तार किया। वह दो वर्षों से पाक एजेंटों के संपर्क में था। जांच जारी है।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के जवान मोतीराम जाट को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। मोतीराम जाट राजस्थान के रहने वाले हैं और उन पर दो वर्षों से पाकिस्तानी खुफिया अधिकारियों के संपर्क में रहकर संवेदनशील जानकारी साझा करने का आरोप है।
गिरफ्तारी और जांच
CRPF Jawan Motiram Jat Arrested: NIA ने मोतीराम को 26 मई 2025 को गिरफ्तार किया और दिल्ली की एक अदालत ने उन्हें 6 जून तक NIA की हिरासत में भेज दिया है। जांच एजेंसी अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उन्होंने कौन-कौन सी जानकारी साझा की, इसके बदले में क्या लाभ प्राप्त किया, और क्या इस जासूसी नेटवर्क में अन्य लोग भी शामिल हैं।
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संभावित सुरक्षा खतरे
CRPF Jawan Motiram Jat Arrested: इस गिरफ्तारी ने देश की आंतरिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। NIA अब मोतीराम के परिवार, बैंक खातों और अन्य संपर्कों की भी जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं यह कोई बड़ा जासूसी नेटवर्क तो नहीं है।
हालिया घटनाएं और संदर्भ
CRPF Jawan Motiram Jat Arrested: यह मामला ऐसे समय में सामने आया है जब हाल ही में पंजाब के अमृतसर में दो व्यक्तियों—पलक शेर मसीह और सुरज मसीह—को भी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। वे सेना की छावनियों और एयरबेस की तस्वीरें और जानकारी साझा कर रहे थे।
इसके अलावा, मई 2025 में हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को भी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिससे सोशल मीडिया के माध्यम से जासूसी के बढ़ते खतरे की ओर संकेत मिलता है।
निष्कर्ष
CRPF Jawan Motiram Jat Arrested: मोतीराम जाट की गिरफ्तारी ने सुरक्षा बलों के भीतर संभावित आंतरिक खतरों की ओर ध्यान आकर्षित किया है। NIA की जांच से यह स्पष्ट होगा कि यह एक अकेला मामला है या किसी बड़े जासूसी नेटवर्क का हिस्सा। इस घटना ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है और भविष्य में ऐसे मामलों की रोकथाम के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता को रेखांकित किया है।