Earthquake In Guwahati: असम के सबसे बड़े शहर में से एक गुवाहाटी में आज सुबह लोग सो रहे थे तभी भूकंप का झटका महसूस किया गया. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, इन झटकों की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 मापी गई.
असम के सबसे बड़े शहरों में से एक गुवाहाटी में आज सुबह 5:42 पर जब लोग नींद से जागे भी नहीं होंगे, तब वहां भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 मापी गई.
गुवाहाटी: असम के सबसे बड़े शहर में से एक गुवाहाटी में आज सुबह लोग सो रहे थे तभी भूकंप का झटका महसूस किया गया. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, इन झटकों की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 3.5 मापी गई. NCS के अनुसार गुरुवार (7 दिसंबर) सुबह 5.42 बजे क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए.
Earthquake In Guwahati: NCS ने बताया है कि भूकंप का केंद्र 26.63 अक्षांश और 92.08 देशांतर पर माना गया, साथ ही बताया कि झटके 5 किमी की गहराई पर आए. मालूम हो कि पिछले कुछ दिनों से देश के कई हिस्सों में लगातार भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं.
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क्यों आता है भूकंप
Earthquake In Guwahati: दरअसल, धरती की मोटी परत जिसे क्टोनिक प्लेट्स कहा जाता है, वह अपनी जगह से खिसकती रहती है. ये प्लेट्स अमूमन हर साल करीब 4-5 मिमी तक अपने स्थान से खिसक जाती हैं. ये वर्टिकलऔर हॉरिजॉन्टल, दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं. इस क्रम में कभी कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है. इस दौरान कभी-कभी ये प्लेट्स एक-दूसरे से टकरा जाती हैं. ऐसे में ही भूकंप आता है और धरती हिल जाती है. ये प्लेटें सतह से करीब 30-50 किमी तक नीचे हैं.
भूकंप आए तो क्या करें और क्या नहीं
- अगर आप किसी इमारत के अंदर हैं तो फर्श पर बैठ जाएं और किसी मजबूत फर्नीचर के नीचे चले जाएं. अगर कोई मेज या ऐसा फर्नीचर न हो तो अपने चेहरे और सर को हाथों से ढंक लें और कमरे के किसी कोने में दुबककर बैठ जाएं.
- अगर आप इमारत से बाहर हैं तो इमारत, पेड़, खंभे और तारों से दूर हट जाएं.
- अगर आप किसी वाहन में सफर कर रहे हैं तो जितनी जल्दी हो सके वाहन रोक दें और वाहन के अंदर ही बैठे रहें.
- अगर आप मलबे के ढेर में दब गए हैं तो माचिस कभी न जलाएं, न तो हिलें और न ही किसी चीज को धक्का दें.
- मलबे में दबे होने की स्थिति में किसी पाइप या दीवार पर हल्के-हल्के थपथपाएं, जिससे कि बचावकर्मी आपकी स्थिति समझ सकें. अगर आपके पास कोई सीटी हो तो उसे बजाएं.
- कोई चारा न होने की स्थिति में ही शोर मचाएं. शोर मचाने से आपकी सांसों में दमघोंटू धूल और गर्द जा सकती है.
- अपने घर में हमेशा आपदा राहत किट तैयार रखें.
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