Farmer Death on Khanauri Border: खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे एक और किसान की मौत, अब तक 9 लोग गंवा चुके जान

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Farmer Death on Khanauri Border: पिछले 28 दिनों से एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत विभिन्न मांगों को लेकर हरियाणा-पंजाब के हजारों किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। इस बीच किसान आंदोलन से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है, दरअसल, आज सोमवार को एक और किसान की मौत हो गई। किसान आंदोलन के दौरान में यह 9वीं मौत है।

हरियाणा-पंजाब के हजारों किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। इस बीच आज सोमवार को एक और किसान की मौत हो गई। किसान आंदोलन के दौरान यह 9वीं मौत है।

Farmer Death on Khanauri Border
Farmer Death on Khanauri Border

हरियाणा: पिछले 28 दिनों से एमएसपी की कानूनी गारंटी समेत विभिन्न मांगों को लेकर हरियाणा-पंजाब के हजारों किसान शंभू और खनौरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। इस बीच किसान आंदोलन से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है, दरअसल, आज सोमवार को एक और किसान की मौत हो गई। किसान आंदोलन के दौरान में यह 9वीं मौत है। जानकारी के मुताबिक BKU के बलदेव सिंह को सांस में तकलीफ हुई, इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पर उनकी मौत हो गई। बता दें कि अब तक किसान आंदोलन में 9 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 3 पुलिस भी शामिल हैं।

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किसान आंदोलन में अब तक इन लोगों की हुई मौत

Farmer Death on Khanauri Border: बता दें कि किसान आंदोलन-2 में पहली मौत 14 फरवरी को ज्ञान सिंह की, दूसरी मौत 16 फरवरी को एसआई हीरालाल की, 18 फरवरी को मनचीत सिंह की, 20 फरवरी को एसआई कौशल कुमार और एसआई विजय कुमार, 21 फरवरी को शुभकरण सिंह, 22 फरवरी को दर्शन सिंह, 27 फरवरी को करनैल सिंह और 11 मार्च को BKU क्रांतिकारी के नेता बलदेव सिंह की मौत हो चुकी है। किसान नेताओं का कहना है कि जब तक सरकार हमारी बात नहीं मान लेती है तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा।

14 मार्च को रामलीला मैदान में SKM महापंचायत

Farmer Death on Khanauri Border: बता दें कि आंदोलनरत संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और भारतीय किसान मजदूर संघर्ष कमेटी ने केंद्र सरकार की ओर से पांच फसलों कपास, मक्का के अलावा अरहर, मसूर व उड़द की दालों पर पांच सालों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी देने के फैसले को खारिज कर दिया है। इसको लेकर किसानों का कहना है कि केंद्र सरकार का फैसला किसान संगठनों को मंजूर नहीं है। संगठनों की मांग के मुताबिक केंद्र की ओर से 23 फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी दी जाए। गौरतलब है कि संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) ने 14 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में महापंचायत रखी है। इसे किसान-मजदूर महापंचायत नाम दिया है।

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