Doctors Save 5 Year Old Girl: डॉक्टरों ने रचा इतिहास 5 साल की बच्ची की बचाई जान, अधिक जाने

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Doctors Save 5 Year Old Girl: नोएडा में 5 साल की बेटी की जान बचाने के लिए मां ने किडनी दान की. अब बच्ची स्वस्थ है. इतनी कम उम्र में दोनों किडनी का ट्रांसप्लांट का जेपी हॉस्पिटल और देश में पहला मामला है.

नोएडा के जेपी हॉस्पिटल में पांच साल की बच्ची का सफल किडनी ट्रांसप्लांट किया गया. बच्ची की मां ने अपनी बच्ची को किडनी देकर उसका जीवन बचाया. डॉ अमित के. देवरा ने बताया कि नोएडा के जेपी अस्पताल में सबसे कम उम्र की बच्ची पर किडनी ट्रांसप्लांट को सफलतापूर्वक अंजाम दिया, बच्ची को फुली फंक्शनिंग ग्राफ्ट के साथ छुट्टी दी गई.

Doctors Save 5 Year Old Girl
Doctors Save 5 Year Old Girl

बता दें साढ़े तीन घंटे तक सर्जरी चली और सकुशल सर्जरी संपन्न हुई. सर्जरी करने वालों की टीम में डॉ अमित के देवरा( डायरेक्टर), डॉ विजय कुमार सिन्हा( डायरेक्टर), डॉ लोक प्रकाश चौधरी( सीनियर कन्सलटेन्ट), डॉ रवि कुमार सिंह( कन्सलटेन्ट) और डॉ अनुज अरोड़ा( एसोसिएट कन्सलटेन्ट) शामिल रहे.

मात्र 5 साल की उम्र और 15 किलो वजन के साथ बच्ची

Doctors Save 5 Year Old Girl: बच्ची क्रोनिक किडनी रोग और हाइपरटेंशन से पीड़ित थी और उसे अच्छी गुणवत्ता का जीवन देने का एक मात्र तरीका था किडनी ट्रांसप्लांट फिर बच्ची की मां ने अपनी बच्ची को किडनी देने की इच्छा जताई, जिसके बाद उन्हें डोनेशन के लिए फिट पाया गया. बता दें मात्र 5 साल की उम्र और 15 किलो वजन के साथ बच्ची का सफल ट्रांसप्लांट हुआ है.

किडनी को एक छोटे बच्चे में ग्राफ्ट करना था

Doctors Save 5 Year Old Girl: उन्होंने बताया कि पीडिएट्रिक किडनी ट्रांसप्लांट हमेशा से चुनौतीपूर्ण होता है. सर्जरी के दौरान वाइटल लक्षणों पर पूरी निगरानी रखनी पड़ती है, इसी तरह सर्जरी के बाद भी हमारे नेफ्रोलोजिस्ट फ्लूड मैनेजमेन्ट और इम्युनोसप्रेसेन्ट केयर करते हैं.

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यह सर्जरी हमारी टीम के लिए और भी मुश्किल थी, क्योंकि हमें व्यस्क की किडनी को एक छोटे बच्चे में ग्राफ्ट करना था. जहां स्पेस भी सीमित होता है.

ट्रांसप्लांट सफल रहा

Doctors Save 5 Year Old Girl: कई मुश्किलों के बीच, यह सर्जरी साढ़े तीन घंटे तक चली. जिसमें बच्ची की मां से किडनी को हार्वेस्ट किया गया और बच्ची के शरीर में इसे मेजर वैसल्स कॉमन इलियक आर्टरी और आईवीसी के साथ कनेक्ट किया गया.

सर्जरी के तुरंत बाद यूरीन आउटपुट देखा गया, इससे हम आश्वस्त हो गए कि ट्रांसप्लांट सफल रहा. इस दौरान बच्ची को डायलिसिस के साथ अन्य जरूरी मेडिकल एवं न्यूट्रिशनल सपोर्ट दे रही थी, ताकि सर्जरी से पहले बच्ची के स्वास्थ्य को ठीक बनाए रखा जा सके.

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