Radha Swami Satsang: आगरा में राधा स्वामी सत्संग सभा और आगरा प्रशासन आमने- सामने है, यह मुद्दा अब तूल पकड़ रहा है. अखबारों के हेड लाइन से लेकर सोशल मीडिया पर ये विषय छाया हुआ है.
राधा स्वामी सत्संग सभा के अनुयायी अनूप का कहना है कि वह कई दिनों से यमुना की तलहटी में सफाई कर रहे हैं. यहां पहले बेहद गंदगी हुआ करती थी. अवैध खनन होता था. वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में अतिक्रमण हो रहा है.
आगरा. आगरा में राधा स्वामी सत्संग सभा और आगरा प्रशासन आमने- सामने है, यह मुद्दा अब तूल पकड़ रहा है. अखबारों के हेड लाइन से लेकर सोशल मीडिया पर ये विषय छाया हुआ है. बहुत से लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि मामला क्या है? प्रशासन और राधा स्वामी सत्संग सभा में लोग सामने- सामने क्यों है?
Radha Swami Satsang: दरअसल, पूरा मामला आगरा दयालबाग यमुना पोइया घाट डूब क्षेत्र से जुड़ा है. पिछले कई दिनों से राधा स्वामी सत्संग सभा के लोगों ने यमुना डूब क्षेत्र में बड़े- बड़े बैनर लगाया है. “ राधा स्वामी सत्संग सभा आगरा दयालबाग बैकुंठ धाम ” का पोस्टर लगा लोग सफाई व रिसर्च करने का दावा कर रहे है. वहीं स्थानीय लोग कह रहे हैं कि यमुना में अतिक्रमण हो रहा है. पूरा मामला प्रशासन के सामने आता है. प्रशासन इन बैनर- पोस्टर को हटाने के लिए यमुना की तलहटी पहुंचता है, जहां पर राधा स्वामी सत्संग सभा के लोगों से आमना- सामना होता है.
हटाए गए थे पोस्टर, वापस फिर लगाया
Radha Swami Satsang: जैसे ही पूरा मामला आगरा जिला अधिकारी के संज्ञान में आया तो उन्होंने आदेश कर पोस्टर हटवा दिए. लेकिन 1 दिन बाद ही यमुना डूब क्षेत्र में बैनर पोस्टर फिर लग गए. साथ ही झोपड़ी नुमा प्लास्टिक के अस्थाई बॉक्स भी यमुना में खड़े नजर आए बड़ी संख्या में गाड़ियां में खड़ी थी.
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स्थानीय लोगों का आरोप है कि धीरे- धीरे यमुना में अतिक्रमण हो रहा है. शुक्रवार को एसीएम-1 अतिक्रमण हटाने के लिए दल बल के साथ पहुंचे, लेकिन काफी देर तक राधा स्वामी सत्संग सभा के अनुयायियों के साथ उनकी हॉट टॉक हुई और प्रशासन को बैरंग वापस लौटना पड़ा.
राधा स्वामी सत्संग सभा का क्या है कहना?
राधा स्वामी सत्संग सभा के अनुयायी अनूप का कहना है कि वह कई दिनों से यमुना की तलहटी में सफाई कर रहे हैं. यहां पहले बेहद गंदगी हुआ करती थी. अवैध खनन होता था. तब प्रशासन की नजर में यह मामला नहीं आया. अब वह डूब क्षेत्र में औषधि उगाने के लिए सफाई कर रहे हैं. सफाई किसके द्वारा की जा रही है? बस यही दिखाने के लिए हमने बैनर पोस्टर लगाए हैं?
किसी भी तरीका का कोई अतिक्रमण नहीं किया जा रहा है? धूप से बचने के लिए झोपड़ी नुमा प्लास्टिक का बॉक्स रखा है. अपने औजार कुदाल फबड़ा ले जाने के लिए नाव रखी है. प्रशासन को ये अतिक्रमण लगता है. अतिक्रमण के सवाल पर अनूप का कहना है कि जब तक उनके सीनियर्स का कोई आदेश नहीं आएगा तब तक वह काम जारी रखेंगे.
प्रशासन का क्या है कहना?
अतिक्रमण हटाने के लिए यमुना की तलहटी पोइया घाट पर पहुंचे एसीएम 1 संजीव कुमार शाक्य ने कहा कि उन्हें इस सफाई अभियान की किसी भी तरीके की कोई जानकारी नहीं दी गई और ना ही लिखित में कोई परमिशन मांगी गई है. ऐसे में बैनर लगाकर कोई भी काम करना अतिक्रमण की श्रेणी में आता है. आगे की कार्रवाई की जा रही है. कुछ चीजों को हटवाया गया है. बाकी सीनियर अधिकारी और सत्संग सभा के लोगों में बातचीत जारी है. जैसा भी आदेश आएगा उस पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
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