Doctors Death to Patient: रिम्स के डॉक्टरों ने रचा इतिहास, जान बचाने से पहले मरीज को दी ‘आर्टिफिशियल मौत’, खुद CM ने की तारीफ

Doctors Death to Patient: पहले के समय में लोग सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाने से कतराते थे. सरकारी अस्पताल में सिर्फ वही मरीज इलाज करने आते थे, जिनके पास पैसे नहीं होते थे. ऐसे में लोग मज़बूरी में सरकारी अस्पतालों का रुख करते थे. लेकिन अब समय बदल गया है. सरकार की पहल के कारण अब लोगों का विश्वास गवर्नमेंट अस्पतालों में बढ़ता चला जा रहा है.

रांची के रिम्स में डॉक्टरों ने एक (Doctors Death to Patient) नया कीर्तिमान रचा है. यहां हुए एक ऑपरेशन की चर्चा हर कोई कर रहा है. खुद सीएम से लेकर स्वास्थ्य मंत्री भी डॉक्टर्स की तारीफ करने से खुद को रोक नहीं पाए.

Doctors Death to Patient
Doctors Death to Patient

रांची: पहले के समय में लोग सरकारी अस्पतालों में इलाज करवाने से कतराते थे. सरकारी अस्पताल में सिर्फ वही मरीज इलाज करने आते थे, जिनके पास पैसे नहीं होते थे. ऐसे में लोग मज़बूरी में सरकारी अस्पतालों का रुख करते थे. लेकिन अब समय बदल गया है. सरकार की पहल के कारण अब लोगों का विश्वास गवर्नमेंट अस्पतालों में बढ़ता चला जा रहा है. राजधानी रांची के रिम्स में हाल ही में डॉक्टरों ने एक ऐसा ऑपरेशन किया, जिसने कई रिकॉर्ड बना दिए.

‘डोंकी’ रूट के माध्यम से अमेरिका में घुसने के लिए 80 लाख में हुआ था एजेंट से सौदा, पूरे मामले का हुआ खुलासा

Doctors Death to Patient: रिम्स में हुए इस अनोखे ऑपरेशन में मरीज की जान बचाने के लिए उसे पहले मारना जरुरी था. जी हां, कमलेश यादव नाम के इस मरीज को बीते 15 दिनों से सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. साथ ही उसकी छाती में भी तेज दर्द था. कमलेश के इलाज के लिए डॉक्टर्स ने पहले उसे आर्टिफिशियल मौत दी थी. इसमें मरीज के दिल और फेंफड़ों को बंद किया गया. इसके बाद बेहद सावधानी से उसका ऑपरेशन किया गया. ये चमत्कारिक सर्जरी लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है. अगर जरा सी भी लापरवाही होती तो मरीज की जान चली जाती.

ऐसे किया गया ऑपरेशन

Doctors Death to Patient: रिम्स के इतिहास में पहली बार इस तरह का ऑपरेशन किया गया. पहली बार में ही मिली सफलता के कारण डॉक्टर्स की काफी तारीफ हो रही है. रिम्स के CARDIOTHORACIS AND VASCULAR Medical procedure विभाग के hod डॉ विनीत महाजन और उनकी टीम द्वारा इस ऑपेरशन को किया गया था. बताया जा रहा है कि मरीज का हृदय कई जगहों पर फट चुका था. इसके ऑपरेशन के लिए मरीज को कुछ देर के लिए आर्टिफिशियल मौत देनी पड़ती है, जहां हार्ट और लंग्स के फंक्शन को बंद किया जाता है. इसके बाद ऑपेरशन किया जाता है. डॉक्टर्स के मुताबिक़, इस ऑपरेशन में काफी ज्यादा सतर्कता बरती जाती है, वरना मरीज की जान भी जा सकती है.

मुफ्त में हुआ ऑपरेशन

Doctors Death to Patient: रिम्स के डॉक्टर्स ने बताया कि अगर किसी प्राइवेट अस्पताल में ये ऑपरेशन करवाया जाता तो इसमें पंद्रह लाख से अधिक का खर्चा था. लेकिन रिम्स में आयुष्मान कार्ड के जरिये मरीज का इलाज मुफ्त में हो गया. इसके साथ ही मात्र चार दिन के अंदर ही मरीज मुंह से खाने भी लगा. इस सफल ऑपरेशन के बाद राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने भी ट्विटर के माध्यम से डॉक्टरो को धन्यवाद दिया. रिम्स के PRO ने बताया कि यह ऑपरेशन rims के लिए बड़ी उपलब्धि है.

देशदुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्मकर्मपाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें Social Awaj News ऐप

लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए Social Awaj फेसबुकपेज लाइक करें

follow us on google news banner black 1

 

You May Also Like

More From Author